किसमें सुख ढूंढ़ रहे हो आप ।।

Posted by Padhayi Adda

10 साल पहले पड़ोसियों के घर में मैच को उनकी टीवी पे देखने में बड़ा सुख था पर आज खुद के घर की टीवी में सुख नहीं मिलता ।

10 साल पहले सादा फोन में भी सुखी लगते थे पर आज एप्पल के आईफोन में भी खुशी नहीं मिलती ।

10 साल पहले सादा साईकिल में भी सुख था पर आज 10,000 की रेंजर साईकिल में भी सुखी नहीं लग रहे ।

10 साल पहले जो सुख लुप धुप वाली 50 रूपए की घड़ी में था आज स्मार्टवॉच में भी वो खुशी नहीं मिलती ।

10 साल पहले 1 जोड़ी नए कपड़े खरीदे जाने पे जो सुख महसूस होता था , आज 4 जोड़ी खरीदने पे भी कुछ महसूस नहीं होता ।

10 साल पहले 200 रूपए के जूते में जो खुशी मिलती थी वो आज 5000 वाले में नहीं मिलती

कुछ ही साल पहले जो मज़ा स्पलेंडर बाइक आता था वो आनन्द अब केटीएम/पल्सर/अपाचे बाइक में भी नहीं आता । 

10 साल पहले दिन में 4 घंटे बिजली और बिना फ्रिज/कूलर/AC के भी अच्छा सुख महसूस होता था पर आज 24 घंटे इनवर्टर और सभी सुविधाओं में भी सामान्य ही महसूस होता है

कुल मिलाकर 10 साल में अधिक से अधिक व अच्छी भैतिक सुख सुविधाओं के होने के बावजूद हम लोग पहले जितने सुखी महसूस नहीं होते ।

और आज भी जिन भौतिक वस्तुओं, गहने,प्लाट, बड़ा घर, बड़ी गाड़ी/ भोग विलास को सुख समझ कर उनके पीछे अंधे होकर दौड़ में लगे हैं, एक समय आएगा कि वो सब चीजें पाकर भी आप खुश नहीं हो पाओगे, उन सब चीजों को पाने के बाद भी खालीपन लगेगा और अपने आप को सुखी नहीं होता पाओगे व अशांत ही रहोगे ।